भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह पंजाब और हरियाणा के कई शहरों में एयर रेड सायरन बज उठे। इस आपात स्थिति के तहत अधिकारियों ने ब्लैकआउट और स्कूल बंद करने जैसे एहतियाती कदम उठाए।
चंडीगढ़, मोहाली, पटियाला, पंचकूला जैसे शहरों में वायुसेना द्वारा संभावित हवाई हमले की चेतावनी जारी की गई, जिसके बाद प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि यह स्थिति पाकिस्तान द्वारा किए गए मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद उत्पन्न हुई है, जो हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुई सैन्य झड़पों के बाद की प्रतिक्रिया मानी जा रही है।
Air Raid Sirens Trigger Public Alert (एयर रेड सायरन और नागरिक चेतावनी)
जैसे ही गुरुवार रात सायरन बजने लगे, चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में प्रशासन ने नागरिकों को तुरंत घर के अंदर रहने, लाइट बंद रखने और खिड़कियों या बालकनी से दूर रहने की सलाह दी। कई क्षेत्रों में योजना अनुसार ब्लैकआउट भी किया गया ताकि दुश्मन को लक्ष्य निर्धारित करने में कठिनाई हो।
चंडीगढ़ प्रशासन ने शुक्रवार और शनिवार के लिए सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने की घोषणा की। आधिकारिक जानकारी के लिए Chandigarh Administration पर जाएं।
पंजाब के अमृतसर, जालंधर, गुरदासपुर और होशियारपुर जिलों में भी इसी प्रकार की सुरक्षा सावधानियां लागू की गईं। हरियाणा के पंचकूला सहित अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में भी सायरन बजाए गए और नागरिकों को सतर्क रहने को कहा गया।
Military Action and Air Defense (सैन्य कार्रवाई और वायु रक्षा प्रणाली)
गुरुवार रात पाकिस्तान द्वारा भारतीय क्षेत्र में मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद भारतीय सेना अलर्ट पर है। जम्मू क्षेत्र में कई मिसाइलों को भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया।
इसके अतिरिक्त, जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने आतंकियों की एक बड़ी घुसपैठ की कोशिश को विफल कर दिया, जिसमें 7 आतंकवादियों को मार गिराया गया।
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले, जिसमें कई नागरिक और सुरक्षा कर्मी मारे गए थे, को इस तनाव का कारण माना जा रहा है। इसके जवाब में भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” नाम से जवाबी कार्रवाई शुरू की है।

Blackouts and Civilian Anxiety (ब्लैकआउट और नागरिकों की चिंता)
सीमावर्ती जिलों के निवासी असमंजस और भय की स्थिति में हैं। जालंधर निवासी अरविंद मेहता ने कहा, “रातभर सायरन सुनाई देते रहे और सभी लाइट बंद थीं। यह दृश्य किसी युद्धकालीन स्थिति जैसा लग रहा था।”
हालांकि पंजाब और हरियाणा में कोई प्रत्यक्ष हमला नहीं हुआ है, लेकिन नागरिकों में मानसिक तनाव काफी बढ़ा है। कई स्थानों पर आपातकालीन शरण स्थल बनाए गए हैं और प्रशासन लोगों से अफवाहों से बचने की अपील कर रहा है।
International Response and Diplomatic Developments (अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और कूटनीतिक घटनाक्रम)
भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने इन हमलों की कड़ी निंदा करते हुए इसे “गंभीर उकसावे” की कार्रवाई बताया है। मंत्रालय ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त को तलब किया और मामले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में उठाने की योजना बना रहा है।
वहीं, पाकिस्तान ने हमले की बात से इनकार किया है और भारत पर नियंत्रण रेखा (LoC) पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया है। इस कूटनीतिक टकराव पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर है।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संगठनों ने क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने की अपील की है। अमेरिका के विदेश विभाग ने भी संयम बरतने का सुझाव दिया है।
Public Safety and Preparedness (नागरिकों के लिए सावधानी और दिशा-निर्देश)
भारत सरकार ने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और सेना मिलकर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे:
- सायरन सुनते ही तुरंत घर में रहें।
- जरूरी वस्तुएं (दवाइयां, दस्तावेज़, भोजन) तैयार रखें।
- केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी लें।
- अफवाहें और गलत जानकारी न फैलाएं।