भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। भारतीय सेना ने हाल ही में नियंत्रण रेखा (LoC) पर 50 से अधिक पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराने का दावा किया है। यह घटनाक्रम अप्रैल 2025 में हुए पहलगाम आतंकी हमले और उसके जवाब में भारत द्वारा शुरू किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद सामने आया है।
Rising Hostilities After Pahalgam Attack (पहलगाम हमले के बाद बढ़ा तनाव)
अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई नागरिकों की जान गई। इस हमले के पीछे सीमा पार के आतंकियों का हाथ बताया गया। इसके जवाब में भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” नामक सैन्य अभियान शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों और सैन्य संरचनाओं को निशाना बनाया गया।
इस अभियान में भारत ने इस्राइली ‘हारोप’ ड्रोन का उपयोग किया, जो लाहौर के पास स्थित रडार सिस्टम और संचार केंद्रों जैसे संवेदनशील ठिकानों को निशाना बना रहे थे।
एपी न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने इन 29 ड्रोन को मार गिराया है, लेकिन कुछ का मलबा नागरिक इलाकों में गिरा जिससे जान-माल का नुकसान हुआ।
Drone Warfare Dominates the Skies(ड्रोन युद्ध की शुरुआत)
भारत की ओर से हुए हमलों के बाद पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए अमृतसर और पठानकोट जैसे शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। इन हमलों को भारत के S-400 ट्रायम्फ मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही नष्ट कर दिया। यह पहली बार था जब इस उन्नत प्रणाली का युद्ध में उपयोग किया गया।
भारतीय अधिकारियों का कहना है कि सीमा पार से भेजे गए 50 से अधिक पाकिस्तानी ड्रोन को भारतीय रक्षा प्रणालियों ने सफलतापूर्वक गिरा दिया। इनमें निगरानी और विस्फोटक सामग्री से लैस ड्रोन शामिल थे।
Advanced Anti-Drone Measures Deployed(एंटी-ड्रोन सिस्टम की तैनाती)
भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा बढ़ाते हुए अत्याधुनिक एंटी-ड्रोन तकनीकों और स्मार्ट फेंसिंग की तैनाती की है।
इंडिया टुडे के अनुसार, मैन पोर्टेबल काउंटर ड्रोन सिस्टम (MPCDS) अब अग्रिम चौकियों पर तैनात कर दिया गया है। यह प्रणाली 5 किमी तक के क्षेत्र में ड्रोन को निष्क्रिय कर सकती है और हर मौसम में काम करती है।
इसके साथ ही, गृह मंत्रालय और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने AI आधारित स्मार्ट बाड़ लगानी शुरू कर दी है जो थर्मल इमेजिंग, रडार और मोशन सेंसर से लैस हैं।

Massive Air Engagements Heighten Fears(हवाई मुठभेड़ और बढ़ता खतरा)
7 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच 125 से अधिक फाइटर जेट एक भीषण हवाई मुठभेड़ में शामिल हुए। भारत ने राफेल जेट सहित कई विमान खो दिए, जबकि पाकिस्तान ने न्यूनतम नुकसान होने का दावा किया।
Global Reactions and Diplomatic Fallout(अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और कूटनीतिक दबाव)
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस घटनाक्रम पर गहरी चिंता व्यक्त की है। संयुक्त राष्ट्र और जी20 देशों ने दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने की अपील की है।
भारत का कहना है कि उसकी कार्रवाई “संयमित और रक्षात्मक” है और वह अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। विदेश मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर इस संबंध में विस्तृत जानकारी उपलब्ध है।
वहीं पाकिस्तान ने भारत पर हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने और नागरिकों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए शिकायतें दर्ज कराई हैं। पाकिस्तान के दृष्टिकोण की जानकारी विदेश मंत्रालय, पाकिस्तान की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
What Lies Ahead(आगे क्या?)
फिलहाल दोनों देश हाई अलर्ट पर हैं, हालांकि आधिकारिक रूप से युद्ध की घोषणा नहीं हुई है। सीमा पर ड्रोन गतिविधियों और हवाई संघर्षों से यह स्पष्ट है कि दोनों देशों के बीच संघर्ष अब हाई-टेक युद्ध के स्तर तक पहुंच गया है।
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी तरह की चूक या उकसावे से पूर्ण युद्ध छिड़ सकता है। एलओसी के पास नागरिक क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और यात्रा पर रोक लगा दी गई है।
दुनिया की निगाहें अब दक्षिण एशिया पर टिकी हैं—यह उम्मीद करते हुए कि कूटनीति, युद्ध पर भारी पड़े।